देश और दुनिया में एक बार फिर से कोरोना ने तहलका मचा दिया है।कोरोना वायरस के सब वेरिएंट ने फिर से सरकार और लोगों की चिंता बढ़ा दी। केरल में कोरोना के नए सब-वेरिएंट JN.1 के केस मिलने के बाद केंद्र सरकार भी एक्टिव हो गई है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से कोविड के सब-वेरिएंट JN.1 को लेकर नया अपडेट आया है। WHO ने मंगलवार को जेएन.1 कोरोना वायरस स्ट्रेन को 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' के रूप में क्लासिफाइड किया है।
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यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि एजेंसी के नवीनतम अनुमानों के अनुसार 8 दिसंबर तक संयुक्त राज्य अमेरिका में सब वेरिएंट जेएन.1 अनुमानित 15% से 29% मामलों का कारण बनता है। इसमें कहा गया है कि वर्तमान में इस बात का कोई सबूत नहीं है कि JN.1 वर्तमान में प्रसारित अन्य वेरिएंट की तुलना में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक बढ़ा जोखिम पेश करता है और एक अपडेट शॉट अमेरिकियों को वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षित रख सकता है।
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सीडीसी के अनुसार कोरोना के नए सब वेरिएंट जेएन.1 का पहली बार सितंबर में अमेरिका में पता चला था। पिछले हफ्ते चीन ने COVID सबवेरिएंट के सात संक्रमणों का पता लगाया है।
8 दिसंबर को केरल में भी कोरोना के नए सब-वैरिएंट का पहला मामला सामने आया था। केरल में एक बुजुर्ग महिला इससे संक्रमित हुई थी, जिसके बाद केरल समेत पड़ोसी राज्य अलर्ट मोड पर आ चुके हैं। वहीं केंद्र सरकार ने भी राज्यों को निगरानी रखने और अलर्ट रहने से जुड़ी एडवाइजरी जारी की है।