राजधानी को खूबसूरत बनाने के लिए नगर विकास विभाग ने नया प्रपोजल तैयार किया है। आधुनिक तरीके से जेपी गंगा पथ के पास पार्क का निर्माण किया जाएगा। पार्क में बिहार की शान 40 फीट की यक्षिणी मूर्ति लगाई जाएगी। पार्क के एक ओर में 100 फीट का हाई मास्ट तिरंगा भी होगा। नगर विकास विभाग ने स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड की 29वीं बैठक में कई निर्णय लिए हैं।
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दीघा घाट से एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट तक जेपी गंगा पथ के किनारे आधुनिक पार्क का निर्माण किया जाएगा। सड़क के किनारे यह पार्क होगा। पार्क के बीच में तालाब भी होगा और तालाब के बीचों-बीच 40 फीट की यक्षिणी मूर्ति का निर्माण किया जाएगा। एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट के पीछे खाली पड़े भाग में लंदन आई के तर्ज पर पटना आई भी बनाया जाएगा जो काफी खूबसूरत होगा।
खर्च किए जाएंगे 85 करोड़ रुपये
इसके साथ ही गंगा पथ पर स्कल्पचर के माध्यम से बिहार की सांस्कृतिक की झलक दर्शाई जाएगी। कुल मिलाकर पूरा नजारा बिहार के इतिहास और बिहार की संस्कृति को प्रदर्शित करेगा। इस पूरे सौंदर्यीकरण कार्य के लिए 85 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
मौर्य लोक में बनेगा पहला ऑटोमेटिक कर पार्किंग
मौर्या लोक परिसर में आधुनिक तरीके से बिहार का पहला मल्टीलेवल ऑटोमेटिक कर पार्किंग बनाने का निर्णय लिया गया है। स्मार्ट सिटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। मौर्या लोक परिसर में लगभग डेढ़ सौ कार की पार्किंग हो सकेगी। ऑटोमेटेड पार्किंग सिस्टम के तहत पटना में प्रथम स्वचालित कार पार्किंग होगा। यह पूरा कार पार्किंग शटल ट्रॉली सिस्टम से लैस होगा। इस कार पार्किंग को फुट ओवर ब्रिज से जोड़ा जाएगा।
एप के जरिए बुक कर सकेंगे पार्किंग
ऑटोमेटिक कार पार्किंग सिस्टम की खास बात यह है कि एप के जरिए कार पार्किंग की बुकिंग कर सकते हैं। यह मल्टीलेवल ऑटोमेटिक कार पार्किंग बहुत जल्द बनने वाला है। इसकी शुरुआत मौर्या लोक परिसर में हो चुकी है ,इसके लिए कुल 29 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
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बांस घाट का होगा आधुनिकरण
पटना के बांस घाट का भी विकास करने का निर्णय लिया गया है। यहां आठ पारंपरिक शवदाहगृह का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा स्वच्छ और सुंदर तालाब का निर्माण किया जाएगा जिसमें शवदाह करने के बाद स्नान किया जा सकेगा। प्रार्थना कक्ष भी बनाया जाएगा। बांस घाट में हरियाली युक्त पार्क का भी निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 81.21 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
साथ ही पटना की सड़कों पर 50 और अधिक डिस्प्ले बोर्ड भी लगाया जाएगा। हालांकि अभी कई जगहों पर डिस्प्ले बोर्ड लगे हुए हैं, लेकिन इसके अलावा 50 और डिस्प्ले बोर्ड लगाने का निर्णय लिया गया है। इस डिस्प्ले बोर्ड से पटना बिहार से जुड़ी सूचना के अलावा बिहार का इतिहास भी दिखाया जाएगा। इस पर लगभग 30 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।