पाकिस्तान हाल के समय में आतंकवाद से बुरी तरह जूझ रहा है। जिन आतंकी संगठनों को पाला, आज वो ही 'भस्मासुर' की तरह उसके पीछे पड़े हैं। ताजा मामले में पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मंगलवार को एक थाने पर आतंकवादियों ने जोरदार हमला किया। इस हमले में कम से कम 6 सुरक्षाकर्मी मारे गए। वहीं 16 के करीब लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पहले टक्कर मारी, फिर मोर्टार से किया हमला
आत्मघाती हमलावरों ने दक्षिण वजीरिस्तान कबायली जिले की सीमा से लगे अशांत डेरा इस्माइल खान जिले में दरबान थाने पर हमला किया। आतंकवादियों ने विस्फोटकों से लदे वाहन से थाने की इमारत में टक्कर मार दी और फिर मोर्टार से हमला किया। पुलिस ने कहा कि हमले के बाद सुरक्षा बलों और हमलावरों के बीच गोलीबारी में कम से कम छह सुरक्षाकर्मी मारे गए और 16 घायल हो गए। \
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इस आतंकी संगठन ने ली हमले की जिम्मेदारी
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने सभी हमलावरों को मार गिराया जबकि पुलिस की नई टुकड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया और बाद में तलाशी अभियान शुरू किया गया। एक अपेक्षाकृत अज्ञात आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। पाकिस्तान में कुछ बड़े हमलों के पीछे इस आतंकी संगठन का हाथ रहा है। इसके प्रवक्ता मुल्ला कासिम ने इस हमले को आत्मघाती मिशन (फिदायीन हमला) करार दिया। हमले के कारण जिले के अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया जबकि सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए।
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दूसरी घटना डेरा इस्माइल खान जिले के द्रजिंदा तहसील में तब हुई जब तेल एवं गैस कंपनी के काफिले पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। इस घटना में कंपनी के एक वाहन चालक की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी के मुताबिक घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सेना की गाड़ियों पर आतंकी हमला
इससे पहले भी पाकिस्तान पर आतंकी हमले कहर बनकर टूटे हैं। 4 नवंबर को पाकिस्तान के दक्षिणी पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में शुक्रवार को आतंकवादियों ने सेना की 2 गाड़ियों पर घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में कम से कम 14 सैनिक मारे गए थे। बलूचिस्तान में हुआ यह आतंकवादी हमला इस साल का सबसे बड़ा हमला माना गया, जिसमें पाकिस्तानी सेना के सबसे ज्यादा सैनिक मारे गए। पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, आतंकवादियों ने यह हमला उस वक्त किया, जब सैनिकों की 2 गाड़ियां पसनी से ग्वादर जिले के ओरमारा इलाके में जा रहे थे।