पहले पेट्रोल-डीजल के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी करने के बाद पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने पिछले दिनों दोपहिया और तिपहिया वाहन मालिकों को पेट्रोलियम सब्सिडी (Petroleum Subsidy) देने का ऐलान किया था, जो IMF को पसंद नहीं आया|
अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के हाल हर बीतते दिन के साथ और भी बदहाल होते जा रहे हैं. खाली सरकारी खजाना... लगभग खत्म होता विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) और चरम पर पहुंची महंगाई (Inflation) के चलते हर दिन रोटी की मोहताज जनता. पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से मदद की गुहार लगा रहा है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है. इस बीच पाकिस्तान एक ऐसा काम कर दिया है, जिससे वैश्विक निकाय और भी नाराज हो गया है.
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुका पाकिस्तान सरकार द्वारा उठाया गया ये कदम अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को नाराज करने वाला साबित हुआ है. पाकिस्तान में आईएमएफ की प्रतिनिधि एस्टर पेरेज रुइज ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान सरकार ने यह दोपहिया और तिपहिया वाहन स्वामियों को पेट्रोलियम पदार्थों पर सब्सिडी देने का कदम उठाने के पहले आईएमएफ को इसकी जानकारी नहीं दी. हालांकि, इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ बिंदुओं के निपटारे के बाद पाकिस्तान को कर्ज देने के लिए स्टाफ लेवल करार किया जा सकता है.